Details, Fiction and shiv chalisa in hindi

हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥

मंत्र महिषासुरमर्दिनि more info स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि

चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥

महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर

जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...

कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

मात-पिता भ्राता सब होई। shiv chalisa in hindi संकट में पूछत नहिं कोई॥

सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन

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